Monday, June 9, 2014

हिम्मत अभी शेष है

जिंदगी से लड़कर
आगे बढ़ने की
हिम्मत अभी शेष है !
काँटों पर चलकर
लक्ष्य को पाने की
दीवानगी अभी शेष है !
बही है अभी तो
शोणित की चंद बूंदें
लहू का भंडार अभी शेष है !
जंग - ए- मैदान में
गिरे हैं कुछ योद्धा
शत्रुओं के धड़ पर
शीश अभी शेष है !
इन शीशों को झुकना होगा
इन शीशो का गिरना होगा
इस देश के लालों की
श्वांसे अभी शेष है !