Sunday, May 11, 2014

अधूरापन

शायद जिंदगी के कुछ पन्ने
अधूरे रहने के लिए होते हैं !
शायद कुछ कहानियां
अधूरी ही अच्छी होती हैं !
शायद रास्ते में खो जाना
कुछ नदियों की तक़दीर होती है !
शायद भीड़ मे तन्हा रहना
कुछ लोगों की शख्शियत होती है !
ऐसी नदियों से भी
प्यास बुझती है सब की !
ऐसी ही कहानियों में
दिलचस्पी होती है सब की !
ऐसे अधूरे पन्नों पर ही
नयी इबारत लिखी जाती है !
ऐसी तन्हाई में ही
खुद की परछाई नजर आती है !