Wednesday, July 23, 2014

बाधा है ये

भावनाओं का ज्वार है ये
कमजोरी की पहचान है ये

आगे बढ़ने की राह में
कांटा है ये
लक्ष्य भेदन की दृष्टि में
बाधा है ये

कृष्णा ने भी कहा है
आत्मीयता का जाल है ये
स्व का बंधन है ये

लक्ष्य को पाने के लिए
स्मृतियों को जीतना होगा
सवप्नों को साकार करने के लिए
स्वयंं पर काबू पाना होगा ! 

Monday, June 9, 2014

हिम्मत अभी शेष है

जिंदगी से लड़कर
आगे बढ़ने की
हिम्मत अभी शेष है !
काँटों पर चलकर
लक्ष्य को पाने की
दीवानगी अभी शेष है !
बही है अभी तो
शोणित की चंद बूंदें
लहू का भंडार अभी शेष है !
जंग - ए- मैदान में
गिरे हैं कुछ योद्धा
शत्रुओं के धड़ पर
शीश अभी शेष है !
इन शीशों को झुकना होगा
इन शीशो का गिरना होगा
इस देश के लालों की
श्वांसे अभी शेष है !

Sunday, May 11, 2014

अधूरापन

शायद जिंदगी के कुछ पन्ने
अधूरे रहने के लिए होते हैं !
शायद कुछ कहानियां
अधूरी ही अच्छी होती हैं !
शायद रास्ते में खो जाना
कुछ नदियों की तक़दीर होती है !
शायद भीड़ मे तन्हा रहना
कुछ लोगों की शख्शियत होती है !
ऐसी नदियों से भी
प्यास बुझती है सब की !
ऐसी ही कहानियों में
दिलचस्पी होती है सब की !
ऐसे अधूरे पन्नों पर ही
नयी इबारत लिखी जाती है !
ऐसी तन्हाई में ही
खुद की परछाई नजर आती है !

Saturday, January 25, 2014

Rainbow

Everyone loves rainbow in the sky
Everyone wants rainbow in the life
Can you spot it everytime
How can you have it everytime

It comes over horizon
when nat nature have perfect synchronization 
It will appear in life
when you can equilibrize

Love of Family 
Fun with Friends
Efforts at Work
Good of Society
Relation with Nature
Care for Self
with the moments of Peace