तेरे मासूम चेहरे के पीछे
डरावना चेहरा क्यूँ है
तेरी नजाकत के पीछे
इतनी सख्ती क्यूँ है
तेरी नफासत के पीछे
बेतरतीबियां क्यूँ हैं
तेरी हर अदा के पीछे
एक बचपना क्यूँ है
तेरी हर मुसकुराहट के पीछे
एक गम क्यूँ है
तेरे छलकते आंसू के पीछे
दिल में ठंडक क्यूँ है
तेरे लौटते कदमो के पीछे
इतना बेइंतिहा प्यार क्यूँ है
तेरी हर बेवफाई के पीछे
इतनी वफाई क्यूँ है
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